Shan E Nabi

Aakhri Roze Hain Dil Ghamnaak Muztar Jaan Hai Lyrics In Hindi
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Title : Aakhri Roze Hain Dil Ghamnaak Muztar Jaan Hai

Category : Naat Lyrics ,

Added On : 19 Apr, 2023

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आख़िरी रोज़े हैं दिल ग़मनाक मुज़्तर जान है
हसरता वा-हसरता ! अब चल दिया रमज़ान है

'आशिक़ान-ए-माह-ए-रमज़ाँ रो रहे हैं फूट कर
दिल बड़ा बेचैन है, अफ़्सुर्दा रूह-ओ-जान है

दर्द-ओ-रिक़्क़त से पछाड़ें खा के रोता है कोई
तो कोई तस्वीर-ए-ग़म बन कर खड़ा हैरान है

अल-फ़िराक़, आह ! अल-फ़िराक़, ए रब के मेहमाँ ! अल-फ़िराक़
अल-वदा'अ अब चल दिया तू, ऐ मह-ए-रमज़ान ! है

दास्तान-ए-ग़म सुनाएँ किस को जा कर आह ! हम
या रसूलल्लाह ! देखो चल दिया रमज़ान है

ख़ूब रोता है, तड़पता है ग़म-ए-रमज़ान में
जो मुसलमाँ क़द्र-दान-ओ-'आशिक़-ए-रमज़ान है

वक़्त-ए-इफ़्तार-ओ-सहर की रौनक़ें होंगी कहाँ !
चंद दिन के बा'द ये सारा समाँ सुनसान है

हाए ! सद अफ़्सोस ! रमज़ाँ की न हम ने क़द्र की
बे-सबब ही बख़्श दे, या रब ! की तू रहमान है

कर रहे हैं तुझ को रो रो कर मुसलमाँ अल-वदा'अ
आह ! अब तू चंद घड़ियों का फ़क़त मेहमान है

अस्सलाम, ऐ माह-ए-रमज़ाँ ! तुझ पे हों लाखों सलाम
हिज्र में अब तेरा हर 'आशिक़ हुआ बे-जान है

दस्त-बस्ता इल्तिजा है, हम से राज़ी हो के जा
बख़्शवाना हश्र में, हाँ ! तू मह-ए-ग़ुफ़रान है

काश ! आते साल हो 'अत्तार को रमज़ाँ नसीब
या नबी ! मीठे मदीने में, बड़ा अरमान है