Shan E Nabi
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नात ए मुस्तफ़ा सुन कर रूह जब मचलती है/Naate Mustafa Sun Kar Rooh Jab Machalti Hai Lyrics In Hindi
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عنوان : Naate Mustafa Sun Kar Rooh Jab Machalti Hai

قسم : Naat Lyrics ,

مصنف/گیتکار : Asad Iqbal Kalkattavi ,

نعت خوان/ فنکار : Asad Iqbal Kalkattavi ,

پوسٹ کیا گیا : 11 Sep, 2023

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नात ए मुस्तफ़ा सुन कर रूह जब मचलती है
आशिक़ों के चेहरे से चाँदनी निकलती है

उन के सदक़े खाते हैं, उन के सदक़े पीते हैं
मुस्तफ़ा की चौखट से कायनात पलती है

थाम कर शह ए दीं की रहमतों की ऊँगली को
जन्नत ए मोहब्बत में ज़िंदगी टहलती है

काश ! वो नज़र आते ख़्वाब के दरीचे से
मेरी दीद ए हसरत पहरों आँख मलती है

लफ़्ज़ ए कुन के जल्वे में मुस्तफ़ा का जल्वा है
नूर ए मुस्तफ़ाई में कायनात ढलती है